“नेचुरल जस्टिस”,Not so Justifiable❣️
हाल ही के दिनों में, मैं नेचुरल जस्टिस के कांसेप्ट के बारे में सोच रही हूं। यह विचार कि यदि कोई अच्छा करेगा, तो अच्छा ही उसके पास लौटकर आएगा, और यदि कोई बुरा करेगा, तो उसके साथ बुरा होगा, यह कई लोगों के लिए बहुत ही अपीलिंग है। यह सही और जस्टिफाएबल भी लगता है। और कोई चाहता है कि जीवन पूरी तरह से इसी कांसेप्ट पर चले। हालाँकि, हम सभी जानते हैं कि ऐसा नहीं है। अच्छे लोगों के साथ बुरी चीजें होती हैं और बुरे लोगों को अक्सर उनके पापों की सजा नहीं मिलती। यह अनुचित लगता है, लेकिन जीवन ऐसा ही है। कई बार जब मैं अच्छे लोगो को अपने जीवन में अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करते देखती हूं, तो मेरा भगवान पर से विश्वास डगमगाने लगता हैं, कि कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में लगातार इतना दुख क्यों झेलें।
लोग पिछले जीवन में हुए घटनाओं का सहारा लेकर इस प्रतीत होने वाले अन्याय को समझाने का आपको प्रयास करते हैं। उनका लोजिक है कि अच्छे लोगों के साथ बुरी चीजें होती हैं क्योंकि इन लोगों ने अपने पिछले जीवन में किए पापों के कारण बुरे कर्म इक्कठे किए होंगे। हालाँकि मैं पुनर्जन्म के विचार से सहमत हूं। मैं शोषण को उचित ठहराने के लिए इस कांसेप्ट का उपयोग करने वाले लोगों से असहज हूं। साथ ही यह विचार भी अनुचित है कि कोई व्यक्ति पिछले जन्म के पापों के कारण इस जीवन में कष्ट भोग रहा है। इस तथ्य का तो जिक्र ही नहीं कि हमारे पास पुनर्जन्म का कोई प्रमाण नहीं है। इसलिए, इस सिनेरियो को देखते हुए मेरा प्रश्न है लोगों को अच्छा क्यों होना चाहिए? इस पहेली का मेरे पास एकमात्र उत्तर यह है कि मनुष्य के रूप में हममें देखभाल करने की सबसे बड़ी क्षमता है। पृथ्वी पर कोई भी अन्य प्राणी हमारी जितनी परवाह नहीं कर सकता। और देखभाल और सहानुभूति की हमारी इस क्षमता से अच्छे व़ाइब्ज़ निकलते है।
यदि हम अपने मूल स्वभाव के विरुद्ध जाते हैं और दूसरों की परवाह करना बंद कर देते हैं, तो हम कभी भी वास्तव में खुश नहीं रह सकते। जो लोग दूसरों को जानबूझकर नुकसान पहुंचाते हैं उन्हें कभी भी मन की शांति नहीं मिलती,भले ही उन्हें अपने पापों के लिए सीधे तौर पर दंडित न किया जाए। जब आप बुरे दौर से गुजर रहे होते हैं, तब आप असली लोगों की पहचान कर पाते हैं, कौन आपका अपना हैं और कौन अपना नहीं हैं। आपको अपने बुरे दौर में सिमपथी की आवश्यकता नहीं बल्कि आपके इस दुख में आपके साथ कोई खड़ा रहें, इस चीज़ की आवश्यकता हैं।
इस प्रकार, मुझे विश्वास है कि मनुष्य स्वभाव से अच्छे होने के लिए बने हैं, जैसे पक्षी उड़ने के लिए या मछलियाँ तैरने के लिए बनी हैं। यदि हमारा इरादा बुरा होता तो हम इंसान नहीं होते।
अच्छा होना डिफ़ॉल्ट मानव सेटिंग है. यही कारण है कि केवल अच्छा करने से ही हम वास्तविक खुशी प्राप्त कर सकते हैं।
Be good do good!❣️

I want to see you very successful and one day you will❤️
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ReplyDeleteYou have a great skill Anamika Madam 🔥.
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